Ram Mandir रामलला की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की समीक्षा बैठक में मिले निर्देशों का अनुपालन कराने की प्रक्रिया शुरू हो गई। प्राण प्रतिष्ठा के मुख्य आयोजन के दिन वीवीआइपी मूवमेंट के मध्य यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए स्पेशल कॉरिडोर बनाया जाएगा। इसको लेकर तैयारियां कर ली गई हैं। वहीं सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
इन लोगों का मिला आमंत्रण
मंडलायुक्त ने बताया कि करीब आठ हजार आमंत्रित आगंतुकों की आवभगत की तैयारियों का रोड मैप बन रहा है। संत समाज के करीब पांच हजार लोग इस कार्यक्रम में आमंत्रित किए गए हैं, जो कि विभिन्न माध्यमों के जरिए यात्रा करके अयोध्या पहुंचेंगे। इसके अतिरिक्त आमंत्रित वीवीआइपी आगंतुकों के मूवमेंट समेत अन्य कार्यक्रमों के विवरणों को संकलित कर उचित संचालन की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएगी।500 रिहायशी भवन बने होम स्टे
जिलाधिकारी नितीश कुमार ने बताया कि आगंतुकों के रहने के लिए 500 रिहायशी भवनों को होम स्टे में बदला गया है। अयोध्या में 21-22 सौ कमरे होम स्टे के तौर पर श्रद्धालुओं व पर्यटकों के लिए होंगे, जिन्हें होली अयोध्या एप के माध्यम से आरक्षित कराया जा सकता है।Ram Mandir: प्राण प्रतिष्ठा समारोह में यजमान होंगे डॉ. रवींद्र नारायण सिंह… कौन हैं ये शख्स, लंदन से ली है डिग्री
पांच सदी के सबसे बड़े आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजन के केंद्र विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष होंगे। आगामी 22 जनवरी को भगवान रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के यजमान विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष डॉ. रवींद्र नारायण सिंह होंगे। वह 14 जनवरी के बाद यहां आएंगे। वह पूजन में सपत्नीक सम्मिलित होंगे। रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के एक सदस्य ने इसकी पुष्टि की है।हालांकि, कुछ और लोग भी सपत्नीक यजमान बन सकते हैं, लेकिन उनके नाम अभी सामने नहीं आए हैं। रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की योजना है कि यजमान के रूप में समाज के प्रत्येक वर्ग का प्रतिनिधित्व हो। इसमें सबसे पहले विहिप अध्यक्ष डॉ. आरएन सिंह का नाम सामने आया है।प्रधानमंत्री समेत 7000 लोग होंगे शामिल
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ प्राण प्रतिष्ठा समारोह में देश भर के करीब सात हजार प्रतिष्ठित लोग सम्मिलित होंगे। भगवान की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान के लिए बुधवार से कुंड बनाए जाएंगे। अनुष्ठान के लिए कुल नौ कुंड बनाए जाएंगे। इसके लिए मंडप भी तैयार किए गए हैं।16 जनवरी से आरंभ होगा पूजन
कुंड निर्माण के विशेषज्ञ पंडित दत्तात्रेय नारायण रटाटे के निर्देशन में कुंड बनाए जाएंगे। वह सांगवेद महाविद्यालय वाराणसी के आचार्य हैं। उनके साथ ही गजानन जोधकर, अरुण दीक्षित, सुनील दीक्षित व अनुपम दीक्षित यहां रहेंगे। सभी कुंड दो गुणे दो फीट के होंगे।
प्राण प्रतिष्ठा के लिए पूजन 16 जनवरी से आरंभ होगा। 16 जनवरी को मां सरयू का पूजन किया जाएगा। इस दौरान आचार्यगण अनुष्ठान के लिए सामग्री आदि का प्रबंध देखेंगे। अनुष्ठान में प्रयुक्त होने वाली सामग्री भी अलग-अलग प्रांतों से आई है। उदाहरण के तौर पर तीर्थों का जल, महाराष्ट्र से समिधा लाई गई है। इसके लिए ट्रस्ट ने अलग से स्टोर भी बनाया है।