Raigarh News: लैलूंगा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत सारसमाल के ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार का ऐलान किया था, इसके बाद आज जिला पंचायत सीईओ और थाना प्रभारी ने ग्रामीणों को समझाइस दी और ग्रामीण मतदान करने के लिए मान गए हैं। आचार संहिता समाप्त होने के बाद प्रशासन उद्योग और ग्रामीणों की एक त्रिपक्षीय बैठक होने की बात कही गई है।
चुनाव बहिष्कार को लेकर ग्रामीणों का आरोप है कि भाजपा और कांग्रेस की सरकार ने उनकी मांगे पूरी नहीं की, जिस वजह से वे विधानसभा चुनाव में मतदान नहीं करने का फैसला लीगा था। चुनाव बहिष्कार की सूचना ज्ञापन के माध्यम से ग्रामीणों ने कलेक्टर को दी गई थी।
मिली जानकारी के अनुसार, तमनार क्षेत्र का सारसमाल गांव तीन क्षेत्रों से खदानों से घिरा हुआ है। गांव के निकट गारे पेलमा 4/2 और 4/3 कोयला की खदान है। जहां एनजीटी के नियमों की अनदेखी की जा रही है। जिससे उनको परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्र में खदान संचालित होने के बावजूद भी गांव के युवाओं को रोजगार नहीं दिया जा रहा है। गांव में स्वास्थ्य सेवाएं नहीं दी जा रही है। बढ़ते प्रदूषण की वजह से लोग बीमार पड़ रहे हैं। इन समस्याओं के समाधान को लेकर उन्होंने भाजपा के तत्कालीन विधायक और वर्तमान कांग्रेसी विधायक से गुहार लगाई थी। लेकिन आज भी उनकी समस्याएं जस की तस बनी हुई है।
आचार संहिता के बाद होगी बैठक
मिली जानकारी के अनुसार, जिला पंचायत सीईओ के द्वारा ग्रामीणों को अस्वस्थ किया गया है कि आचार संहिता समाप्त होने के बाद एक तिथि नियत की जाएगी,जिसमें उद्योग प्रशासन और ग्रामीणों की टीम के बीच बैठक होगी और उनकी समस्या का समाधान किया जाएगा।