सीएम भूपेश बघेल ने कहा की “पहले जब हम बीजेपी के खिलाफ बोलते थे तो हिंदू विरोधी हो जाते थे, जब पीएम और गृह मंत्री के ख़िलाफ बोलते थे तो राष्ट्रद्रोही हो जाते थे, अब इस रिपोर्ट खिलाफ बोलने पर वे कहते हैं यह भारत विरोधी है।”

हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में हुए खुलासे से अडानी समूह को जोरदार झटका लगा है। इस समूह की सभी कंपनियों के शेयर गिरते जा रहे हैं। बीते 7 दिनों के अंदर भी गौतम अडानी दुनिया के 15 सबसे अमीर रईस के लिस्ट से भी गायब हो गए हैं। वहीं विपक्षी दल अब इस मामले की जांच की मांग कर रहे हैं। संसद में भी इस रिपोर्ट की गुंज सुनाई दी। विपक्षी दलों ने जेपीसी का गठन कर इस मामले की जांच की मांग की है। वे भारतीयों बैंको से लिए कर्ज और निवेशकों के पैसे डूबने की आशंका जाता रहे हैं। वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी अडानी ग्रुप और मोदी सरकार पर हमला बोला है।
मीडिया से हुई बातचीत करते हुए सीएम बघेल ने कहा की “पहले जब हम बीजेपी के खिलाफ बोलते थे तो हिंदू विरोधी हो जाते थे, जब पीएम और गृह मंत्री के ख़िलाफ बोलते थे तो राष्ट्रद्रोही हो जाते थे, अब इस रिपोर्ट खिलाफ बोलने पर वे कहते हैं यह भारत विरोधी है” छत्तीसगढ़ के सीएम ने पूछा, “तो भारत कौन है? क्या अडानी भारत हैं?”
उन्होंने आगे कहा की “मुझे आशंका है कि हम जो एनपीएस का पैसा मांग रहे थे लगता है वे पैसे इसी में लगाए गए हैं। एक रिपोर्ट के कारण शेयर मार्केट धड़ाम से गिरा है। इतना होने के बावजूद एलआईसी और एसबीआई का पैसा इसमे डाला जा रहा है जो चिंता विषय है”
बता दें की हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से अडानी समूह की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। खबरों के मुताबिक, इन सबके बीच रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने सभी बैंकों से पूछा है कि अडानी समूह में उनके कितने पैसे लगे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, आरबीआई ने बैंकों से अडानी समूह की कंपनियों, सरकारी और बैंकिंग स्रोतों के लिए अपने जोखिम का विवरण देने के लिए कहा है।