चॉकलेट दुनियाभर में सबसे ज्यादा खाया जाने वाला डेजर्ट है. हर मौसम में चॉकलेट खूब खाई जाती है. चॉकलेट कई तरह की होती है, जिसे लोग अपनी पसंद के अनुसार खरीदते हैं. बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक चॉकलेट को बड़े स्वाद से खाते हैं. चॉकलेट को सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद माना जाता है. मेंटल हेल्थ को चॉकलेट खाने से कई फायदे मिलते हैं. हर साल 7 जुलाई को विश्व चॉकलेट दिवस मनाया जाता है. चॉकलेट खाने के शौकीन लोगों के लिए यह दिन बेहद खास होता है. आज आपको बताएंगे कि सही मात्रा में चॉकलेट खाने से सेहत को कौन से बड़े फायदे मिल सकते हैं.
मूड हो सकता है बूस्ट – अब तक कई रिसर्च में यह बात सामने आ चुकी है कि चॉकलेट खाने से मूड को बेहतर बनाया जा सकता है. जॉन हॉपकिन्स मेडिसिन की रिपोर्ट के अनुसार डार्क चॉकलेट तो तनाव, एंजाइटी कम करने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है. चॉकलेट में मौजूद तत्व स्ट्रेस हार्मोन कार्टिसोल का स्तर कम हो जाता है और हैप्पी हार्मोन का लेवल बढ़ जाता है. इससे तनाव और एंजाइटी कम होती है और मूड बूस्ट हो जाता है.
ब्रेन फंक्शन में होता है सुधार – डार्क चॉकलेट में मौजूद फ्लेवोनोल्स ब्रेन की फंक्शनिंग पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं. चॉकलेट खाने से मेमोरी तेज हो सकती है. शोधकर्ताओं की मानें तो चॉकलेट में मौजूद फ्लेवोनोल्स मस्तिष्क में खून के प्रवाह को बढ़ाते हैं. इससे ब्रेन हेल्थ को बेहतर बनाया जा सकता है. डिप्रेशन के लक्षणों से भी चॉकलेट राहत दिला सकती है. चॉकलेट खाने से मेंटल हेल्थ को काफी मजबूती मिलती है.
हार्ट हेल्थ होती है बेहतर – डार्क चॉकलेट में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट ब्लड प्रेशर को कम कर सकते हैं. ये पोषक तत्व खून के थक्के जमने के जोखिम को कम करते हैं और हार्ट में खून के प्रवाह को बढ़ाते हैं. इससे स्ट्रोक, कोरोनरी हार्ट डिजीज का खतरा कम हो सकता है. हालांकि हार्ट की बीमारियों से जूझ रहे लोगों को चॉकलेट खाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए.
इम्यूनिटी करती है बूस्ट – चॉकलेट में मौजूद फ्लेवोनोल्स इम्यून सिस्टम को अत्यधिक सक्रिय होने से रोकता है और ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करता है. फ्लेवोनोल्स विशेष रूप से एंटीऑक्सीडेंट और सूजन-रोधी गुणों के लिए जाने जाते हैं.. एंटीऑक्सिडेंट प्रतिरक्षा में मदद करते हैं क्योंकि वे हमारी कोशिकाओं की रक्षा करते हैं, जबकि प्रतिरक्षा प्रणाली बीमारियों से लड़ती है. कुल मिलाकर इम्यूनिटी मजबूत करने में चॉकलेट मदद करती है.
कोलेस्ट्रॉल होता है कंट्रोल – डार्क चॉकलेट का सेवन करने से हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या से बचा जा सकता है. एक स्टडी में पता चला कि डार्क चॉकलेट खाने से बैड कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर में काफी कमी पाई गई. चॉकलेट में मौजूद कोको बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है. इसमें प्रचुर मात्रा में शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो इसे रक्तप्रवाह में बनाते हैं और लिपोप्रोटीन को ऑक्सीडेटिव क्षति से बचाते हैं.