भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती को समर्पित सावन मास आज यानी 4 जुलाई 2023 दिन मंगलवार से शुरू हो रहा है. जो पूरे 2 महीने चलेगा, इस बार श्रावण मास में पुरुषोत्तम मास लग रहा है. जिसके कारण सावन का महीना 59 दिनों का होने वाला है. सावन के महीने में भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न कर आप उनका आशीर्वाद ग्रहण कर सकते हैं और अपनी हर मनोकामना की पूर्ति का वरदान भी प्राप्त कर सकते हैं. यदि आप चाहते हैं कि सावन के महीने में भगवान शिव की कृपा आपके ऊपर बनी रहे, तो श्रावण के पहले सोमवार को आपको किन चीजों का दान करना चाहिए? इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा.
सावन सोमवार में किन चीजों का करें दान
1. चांदी के शिवलिंग
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि आप चाहते हैं कि आपकी हर मनोकामना पूरी हो और कोई विशेष कार्य में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो सावन सोमवार पर चांदी से बने शिवलिंग का मंदिर में दान करना सर्वोत्तम माना जाता है.
2. नाग नागिन के जोड़े का दान
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि आपकी कुंडली में कालसर्प दोष है तो सावन सोमवार पर नाग-नागिन का जोड़ा मंदिर में दान करने से कालसर्प दोष के प्रभाव को कम किया जा सकता है.
3. चावल का दान
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि आप कुंडली में कमजोर चंद्र को मजबूत करना चाहते हैं तो सावन सोमवार पर जरूरतमंद और गरीब लोगों को चावल का दान करें. इसके अलावा साबुत चावल की खीर बनाकर भगवान शिव को अर्पित करें. इस खीर को मंदिर में प्रसाद के रूप में सभी को वितरित करें. इस उपाय से भगवान भोलेनाथ की कृपा मिलती है, साथ ही कुंडली में कमजोर चंद्र को भी मजबूती मिलती है.
4. रुद्राक्ष का दान
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि आप शारीरिक व मानसिक रूप से परेशान हैं तो सावन सोमवार को रुद्राक्ष का दान करें. ऐसा करने से आपको शारीरिक व मानसिक कष्ट से छुटकारा मिलता है. साथ ही आपकी हर मनोकामना पूरी होती है.
5. गुड़ का दान
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि आप आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं और इससे छुटकारा पाना चाहते हैं तो सावन सोमवार पर जरूरतमंद या किसी गरीब व्यक्ति को गुड़ का दान करना चाहिए. इस उपाय से धन संबंधी समस्याएं दूर हो सकती हैं.
6. तिल का दान
ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि जो व्यक्ति मानसिक रूप से परेशान है उन्हें सावन सोमवार पर काले तिल का दान करना चाहिए. जिससे उनकी कुंडली में मौजूद अशुभ ग्रहों की स्थिति शुभता में परिवर्तित होने लगे और उनके आत्मविश्वास में वृद्धि हो सके.