Azaad-bharat News/मुंबई : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है. बिश्नोई गैंग ने बाबा सिद्दीकी हत्या क्यों कराया इसकी वजह सामने आई है. हमले के आरोपी मुख्य शूटर शिवकुमार गौतम ने पुलिस को दिए अपने इकबालिया बयान में बताया है कि अनमोल बिश्नोई ने दाऊद इब्राहिम से संबंध और 1993 के मुंबई धमाकों में संलिप्तता को लेकर बाबा सिद्दीकी को मारने का आदेश दिया था.
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या 12 अक्टूबर 2024 को हुई थी. मुंबई के बांद्रा ईस्ट इलाके में सिद्दीकी (66) की उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.
मुख्य शूटर शिवकुमार गौतम का इकबालिया बयान बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर को हुई हत्या के सिलसिले में दायर आरोपपत्र का हिस्सा है. गौतम ने यह भी दावा किया कि उसे बाबा सिद्दीकी या जीशान सिद्दीकी को मारने के लिए कहा गया था और इसके बदले उसे 15 लाख रुपये देने का वादा किया गया था. उसने पुलिस को बताया है कि वह पुणे में कबाड़ इकट्ठा करता था और सह-आरोपी हरीश कुमार कश्यप को सामान बेचता था.
उसने पुलिस को बताया कि कबाड़ की दुकान संचालित करने वाले कश्यप ने उसके रहने की व्यवस्था की थी और इसी दौरान उसकी जान-पहचान प्रवीण लोनकर और उसके भाई शुभम लोनकर से हुई. गौतम ने इकबालिया बयान में कहा कि एक दिन शुभम लोनकर ने शूटर को बताया कि वह और उसका भाई बिश्नोई गिरोह के लिए काम करते हैं. जून 2024 में शुभम लोनकर (शुब्बू) ने मुझे और धर्मराज कश्यप (सह-शूटर) को बताया कि अगर हम उसके कहने पर काम करेंगे तो हमें 10 से 15 लाख रुपये दिए जा सकते हैं. जब मैंने काम के बारे में पूछा तो शुभम ने हमें बताया कि हमें बाबा सिद्दीकी या उसके बेटे ज़ीशान सिद्दीकी को मारना है. लेकिन उसने कोई और जानकारी नहीं दी.
बता दें कि 12 अक्टूबर 2024 की रात गुरमेल सिंह, धर्मराज कश्यप और शिवकुमार गौतम ने बाबा सिद्दीकी पर गोली चलाई और घटना स्थल से भागने की कोशिश की थी. मौके पर मौजूद लोगों की मदद से गुरमेल सिंह और धर्मराज कश्यप को पकड़ लिया गया, जबकि शिवकुमार गौतम भागने में कामयाब हो गया. बाद में उसे उत्तर प्रदेश के बहराइच से गिरफ्तार किया गया, जब वह नेपाल भागने की कोशिश कर रहा था.