hqdefault
क्रिकेट

किस तरह के विवादों में भी भारतीय महिला खिलाड़ियों के लिए गेम चेंजिंग साबित होगा?



भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) वर्ष 2022 से महिलाओं का इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) शुरू होने जा रहा है। इसके लिए पांच टीमों के नामों का भी ऐलान हो गया है। मुंबई इंडियंस, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, दिल्ली कैपिटल्स के अलावा अदाणी ग्रुप और कैप्री ग्लोबल क्रमशः मुंबई, बैंगलोर, दिल्ली, नोएडा और लखनऊ की टीम को ख़रीदा है।

अब फरवरी के दूसरे या तीसरे सप्ताह में प्लेयर्स की नीलामी (नीलामी) का आयोजन किया जाएगा। नीलामी में हर टीम के पास 12 करोड़ रुपये होंगे और उसे कम से कम 15 खिलाड़ी और अधिकतम 18 खिलाड़ी खरीदे जाएंगे। प्लेइंग इलेवन की बात करें, तो प्रत्येक टीम एक संबद्ध खिलाड़ी सहित पांच विदेशी खिलाड़ियों के साथ मैदान में उतर सकता है।

विमेंस के पहले सीजन में कुल 22 मैच खेले जाएंगे, जिनमें लीग स्टेज में टॉप पर रहने वाली टीम सीधे फाइनल में पहुंचेगी, जबकि दूसरे और तीसरे स्थान की टीम खिताब में जगह बनाने के लिए आप प्लेऑफ में पहुंचेंगे। जेपीसी इस टूर्नामेंट के लिए जोरो शोरों से तैयारी कर रहा है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या विनमेंस प्रोजेक्ट में भी महिला खिलाड़ियों के लिए गेम चेंजर साबित होगा?

चकमा का पहला सीजन 2008 में खेला गया, तब से लेकर अब तक इसकी लोकप्रियता में लगातार पहली बार हुआ है। इस टी20 लीग की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसे ‘इंडिया का फेस्टिवल’ कहा जाता है। इसके अलावा हर प्रोजेक्ट ऑक्शन में कई ऐसे युवा खिलाड़ी होते हैं, जो अपनी प्रतिभा के दम पर रातों-रात लखपति बन जाते हैं।

ऑडियंस से खचा-खचा अज़ाउज़ स्टेडियम, टेलीविज़न पर छपरफाड़ टीआरपी और मिलने वाले मोटे मैच अनुदान के चलते विदेशी खिलाड़ी भी दुनिया की किसी अन्य लीग की तुलना में अधिक महत्व देते हैं। इतने ही नहीं कई खिलाड़ी तो अपनी अंतरराष्ट्रीय टीम को छोड़ने में पहुंच जाते हैं। ऐसे में कई भारतीय युवाओं को बड़े-बड़े अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ जुड़ने का मौका मिलता है।

भारतीय महिला क्रिकेट टीम का हाल के समय में विश्व क्रिकेट में दबदबा देखने को मिला है। नीली जर्सी वाली टीम ने दक्षिण अफ्रीका में प्राप्त ICC U19 T20 महिला विश्व कप को अपना नाम दिया था। ऐसे में इन युवा प्रतिभावान खिलाड़ियों को अनुभवी खिलाड़ियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खेलने का मौका मिलेगा।

साथ ही महिला कार्य मीडिया राइट्स काफी सारे दामों में बाइक हैं। विडम्बनाओं के पहले पांच साल के प्रसारण के अधिकार वायकॉम 18 में 951 करोड़ रूपए में खाते हैं। हालांकि, इसी समयावधि में पुरुष मीडिया में 48,390 करोड़ रूपए में लिखते हैं। टेलीविज़न राइट्स स्टार नेटवर्क ने 23,575 करोड़ रुपये और वायकॉम 18 ने डिजिटल राइट्स 23,758 करोड़ रुपये ख़रीदे हैं। ब्रांड चाहे किसी भी स्थिति में अधिक हो, लेकिन विन्सेस दशक की शुरुआत खराब नहीं होती है और इस कमाई के उपयोग से महिला क्रिकेटरों की श्रेष्ठता लग सकती है।

के लिए मौजूदा समय में घरेलू क्रिकेट में सीनियर विन में ऑस्ट्रेलिया ट्रॉफी, रणजी ट्रॉफी, कर्नल सीके सैद महिला ट्रॉफी, जेड आर ईरानी कप जैसे टूर्नामेंट आयोजित होते हैं। मगर दर्शकों की इन टूर्नामेंट में पानी अधिक नहीं है। ऐसे में विमेंस के जरिए महिला प्लेयर्स को नए दर्शकों से जोड़ा जा सकता है। इससे खेल में बयान तो घोषणा ही साथ में खिलाड़ियों का उत्साह भी अगले स्तर पर पहुंचेगा। ऐसी दुर्घटना में महिला खिलाड़ियों के लिए काफी बड़ा खेल परिवर्तक साबित हो सकता है, जहां वे विश्व स्तर पर अपना भ्रम प्रदर्शित कर सकते हैं और उन्हें बाहर कर सकते हैं।

सिराज और उस्मान के तिलक पर मचा बवाल – VIDEO



Source link