रिटेल सेक्टर की दिग्गज अमेरिकी कंपनी वॉलमार्ट (Walmart) ने भारतीय ई-कॉमर्स सब्सिडियरी कंपनी फ्लिपकार्ट (Flipkart) में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा दी है। वालमार्ट ने 31 जुलाई 2023 तक छह महीने में अपने नॉन-कंट्रोलिंग इंटरेस्ट होल्डर्स से शेयर हासिल करने के लिए 3.5 अरब डालर (लगभग 28953 करोड़ रुपये) का भुगतान किया है। कुछ रिपोर्ट के अनुसार, इस डील के बाद भारतीय ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट में वालमार्ट की हिस्सेदारी बढ़कर 80.5 प्रतिशत हो जाएगी।
वालमार्ट का बयान
कंपनी ने अमेरिकी शेयर बाजार (US SEC) को दी जानकारी में कहा कि इसके अलावा, इन छह महीनों के दौरान कंपनी को उसकी मेजोरिटी हिस्सेदारी वाली सब्सिडियरी कंपनी फोनपे (PhonePe) के लिए इक्विटी फंडिंग के नए राउंड से 70 करोड़ डॉलर प्राप्त हुए।
वालमार्ट ने बताया, “छह महीनों के दौरान कंपनी ने फ्लिपकार्ट के कुछ नॉन-कंट्रोलिंग इंटरेस्ट होल्डर्स से शेयर हासिल करने और फोनपे के पूर्व नॉन-कंट्रोलिंग इंटरेस्ट होल्डर्स की देनदारी का निपटान करने के लिए 3.5 अरब डॉलर का भुगतान किया।” वॉलमार्ट ने हेज फंड टाइगर ग्लोबल और एक्सेल पार्टनर्स से हिस्सेदारी खरीदी है। इसके अलावा, अमेरिकी खुदरा प्रमुख ने फ्लिपकार्ट के को-फाउंडर बिन्नी बंसल की शेष हिस्सेदारी भी हासिल कर ली।
फोनपे में वालमार्ट की मेजोरिटी हिस्सेदारी
फोनपे एक डिजिटल भुगतान कंपनी है, जिसमें वालमार्ट की मेजोरिटी हिस्सेदारी है। फ्लिपकार्ट का मिंत्रा फैशन और लाइफस्टाइल प्रोडक्ट्स के लिए देश का सबसे बड़ा ईकॉमर्स मार्केटप्लेस है, जो पूरे भारत में ग्राहकों को टॉप ब्रांड पेश करता है। Myntra अब अपने बाज़ार में 6,000 से अधिक ब्रांडों तक एक्सेस प्रदान करता है।