सवाल यह नहीं है कि बस्ती किसने जलाई, सवाल है कि पागल के हाथ में माचिस किसने दी… इन शब्दों के साथ तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा अपने उस हमलावर भाषण को लोकसभा में खत्म किया जो उन्होंने सरकार की तरफ से पेश अनुपूरक मांगों को लेकर दिया था।
महुआ नेमंगलवार को देश की अर्थव्यवस्था को संभालने के सरकार के तौर-तरीकों पर तीखा निशाना साधा। उन्होंने सरकार की नाकामी को आंकड़ों के जरिए सामने रखते हुए कहा कि ‘बताओ कि असली पप्पू कौन है’? उन्होंने कहा कि किसी को नीचा दिखाने के लिए पप्पू शब्द का इस्तेमाल किया गया।
तृणमूल कांग्रेस सांसद मंगलवार को आर्थिक आंकड़ों को एक के बाद सामने रखा। उन्होंने लोकसभा में 2022-23 के लिए अनुदान की अनुपूरक मांगों के पहले बैच और 2019-20 के लिए अनुदान की अतिरिक्त मांगों पर चर्चा को आगे बढ़ाते हुए जोरदार तरीके से अपनी बात रखी।