रायपुर38 मिनट पहले
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गौठान का अवलोकन करने पहुंचे पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल।
भाजपा के विधायक और छत्तीसगढ़ की पिछली सरकार में कृषि मंत्री रह चुके बृजमोहन अग्रवाल ने गौठानों में सिएटल क्रेडिट की। दरअसल भारतीय जनता पार्टी चलबो गोठान, खुलेबो पोल नाम का एक अभियान भी चला रहा है। इस दौरान प्रदेश के तमाम बड़े भाजपा नेता गौठान पहुंच रहे हैं और वहां लोगों से मिल रहे हैं।

गायों की हालत खराब विधायक बृजमोहन ने।
बृजमोहन अग्रवाल जब रायपुर के गोकुल नगर और फुंडहर स्थित गौठान में पहुंचे तो हैरान करने वाली बातें सामने आईं। गोबरी कलर बंद मिला, ऑपरेशन हो पैसे न मिलने, करिट, खाद का बंदोबस्त न होने जैसी परिस्थितियों में आंखों के सामने आए। इस वजह से बृजमोहन ने उन्हें भ्रष्टाचार का केंद्र बताया। उन्होंने आगे कहा जैसे ईडी अलग-अलग मामलों की जांच कर रही है। केंद्र सरकार और जनता के लिए इन गोठानों में खर्च किया गया। इसलिए जांच की जानी चाहिए।
फुंदहर गौठान कर्मी भोला और पूर्व कृषि मंत्री के बीच बात-चीत।
जब विधायक 12,64,500 किलो गोबर ढूंढ रहे हों
फुंडहर स्थित गौठान में जब बृजमोहन पहुंचे तो मोर्चा संभालने से पहले ही निगम के अधिकारी यहां मौजूद थे। अग्रवाल ने पूछा कि यहां कौन निगरानी करता है, अधिकारियों ने भोला नाम के कर्मचारियों को बुलाया।
प्रश्न .. भोला से अग्रवाल ने पूछा कि क्या यहां गोबर की बात हो रही है ?
उत्तर.. भोला – 3 महीने से गोबर की बात बंद है।
प्रश्न .. बृजमोहन- कौन जानवर हैं यहां ?
जवाब..भोला- 281 जानवर हैं।
सवाल..बृजमोहन – गाय एक दिन में कितना गोबर देती है ?
जवाब..भोला- (कुछ सेकंड चुप रहा फिर पूरे भोलेपन से कहा)- आप कृषि मंत्री रहे हैं, आप ही बताएं।
सवाल..बृजमोहन- एक गाय अगर 5 किलो गोबर भी दिन भर में देती है तो 281 पशु का दिन का 1405 किलो, महीने का 42,150 किलो और तीन महीने से गोबर नहीं हो रही तो तीन का 12,64,500 किलो गोबर महीने कहां रखा दिखा रहा है।
(इसके बाद निगम के कर्मचारी मुस्कुराकर बात करते नजर आते हैं, इतनी बड़ी मात्रा में गोबर न गौठान में कहीं दिखाते हैं न ही इसे कवर किया गया है तो ये गया जहां निगम के अधिकारियों की रहस्यमयी मुस्कान में ये सवाल खो गया।)
गोकुल नगर गोबर मुखर केंद्र का हाल स्थानीय लोगों ने बताया।
महीनों से बंद पड़ा है गोबर अलहदा केंद्र
गोकुल नगर इलाके में गोधन न्याय योजना के लिए गोबर साझा केंद्र बनाया गया है। जब यहां बृजमोहन अग्रवाल अपने अकाउंट के साथ पहुंचे तो स्थानीय लोगों ने बताया कि इस सेंटर की संचालन समितियां अपना काम ही छोड़ चुकी हैं। वजह यह है कि यहां भी मलिक नाम का शाहरुख उन्हें पैसे नहीं देता।
महीनों से इस दुकान में कामकाज बंद पड़ा है। अपने दायरे से गोबर लाकर यहां के रजिस्टर में एंट्री करता है, यहां बोरिंग दो बार खराब हो जाता है, पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। बृजमोहन अग्रवाल ने यहां जायजा लेने का फैसला करने के बाद कहा कि गोधन ऑफर सेंटर वीरान मिला, गाय तो यहां नहीं दिख रहे कुत्ते घूम रहे थे। यहां पर कचरा फैला हुआ है।
बृजमोहन अग्रवाल ने निरिक के दौरान गाय के बछड़े को हाथों से उठाया।
अस्वास्थ्यकर अस्वस्थता के लिए डॉक्टर नहीं
फुंदहर गोठान का जायजा लेने के दौरान बृजमोहन अग्रवाल की नजर एक बीमार बचेड़े पर भी पड़ी। यह बछड़ा हाल ही में जन्म और जन्म देने वाली गाय की मौत हो गई। गौठान में मौजूद कर्मचारियों की बीमारियों की जांच करने के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी भी इस गौठान में दिखाई दी।
निगम के अधिकारियों से भी हुई पूछताछ।
1300 करोड़ के घोटाले का दावा
राजधानी रायपुर के गौठानों के अवलोकन के बाद बृजमोहन ने कहा- हमने भारी अनियमितता पाई है। स्पष्ट रूप से यह दिखाई दे रहा है कि यह पूरी योजना भ्रष्टाचार का मकसद बनाया गया है। रायपुर के गौठान और गोधन व्यक्त केंद्र का ये हाल है तो बाकी जगह क्या हो रहा होगा। इस पूरी योजना में 13 सौ करोड़ रुपये का घोटाला साफ तौर पर सामने आता दिख रहा है। फिर भी बीजेपी ने गौठान का घोटाला किया उजागर, आने वाले समय में शराब घोटाला, रेत घोटाला, जमीन घोटाला जंगल, नौकरी घोटाला उजागर कर हम कांग्रेस को बेनकाब करेंगे।
कांग्रेस बोली- भाजपाई दुष्प्रचार कर रहे हैं
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में गांव, गरीब, किसान और गोपालकों की समृद्धि को बीजेपी पचा नहीं पा रहे हैं। दुष्प्रचार कर रहे हैं। प्रदेश में संचालित गोठानों में 14504 महिला स्व सहायता समूह की 1,71,585 बहनों को 131 करोड़ 43 लाख का भुगतान अब तक हो चुका है। यही नहीं गोपालकों और लाइव को अब तक 445 करोड़ 14 लाख का भुगतान, 21 मई को 13 करोड़ 57 लाख दिए गए।
प्रदेश में पंजीकृत गोपालकों की संख्या 3,41,713 है। अब तक कुल गोबर ने 32.72 लाख क्विंटल में से 24.54 लाख क्विंटल वर्मी कंपोस्ट का निर्माण किया है। 4 रुपए प्रति की दर पर ग्रहण किए गए गौमूत्र से संबंधित “ब्रह्मास्त्र” 74401 लीटर और “जीवामृत” 31478 अर्थात् अधिकृत कुल जैविक संबद्ध 1 लाख 5 हजार कब्जे से अधिक का निर्माण किया गया है।
गौमूत्र से आय समुह को 48 लाख 50 हजार का शुद्ध गुणक अपराधी हुआ है। 2 अक्टूबर 2022 से रीपा प्रोजेक्ट के तहत हर ब्लाक में 2 गोठानों में औद्योगिक सूक्ष्म संचालन का निर्णय लिया गया है, जिसके तहत लगभग 300 से अधिक गोठानों में ग्रामीण औद्योगिक पार्क का काम शुरू हो गया है। गोठानों में कृषि और वनोपजों के साथ ही रोपण, मुर्गी पालन, बकरी पालन, आटा खेत, दाल अनाज पिसाई, तेल पेराई जैसे कार्य समूह द्वारा किए जा रहे हैं। इस बजट में ग्रामीण क्षेत्र में औद्योगिक पार्क के लिए 600 करोड़ का प्रावधान किया गया है।