रायपुर4 घंटे पहले
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खुद मूनत बैरीकेड पर चढ़ गए। और जाम से भी मिलने को कहा।
गुरुवार को रायपुर नगर निगम के जोन लहरों में जोरदार जोर हुआ। स्थानीय शिकायत को लेकर लोगों के साथ इन सब्सक्राइबर का घोटालों करने वाले पूर्व मंत्री राजेश मुणत निकले। पुलिस ने बीच रास्ते में ही रोकने का प्रयास किया। बैरिकेडिंग कर रास्ता बंद कर दिया गया था। यहां पुलिस अधिकारियों के बीच बहस हुई।
राजेश मून कॉरपोरेशन जोन सीवी जा के जाड़े पर अड़े रहे। पुलिस कर्मी माने नहीं तो मैसेज ने बैरिकेड तोड़ने का प्रयास किया। खुद मून बैरिकेड पर चढ़ गए। और फिर अटैचमेंट से भी साथ आने को कहा। जिसके बाद जमकर बवाल हुआ।

निगम अधिकारियों से प्रोफाइल राजेश मूनत।
पुलिस कोशिश कर रही है, लेकिन लोगों ने बैरिकेड तोड़ा और नारेबाजी करते हुए नगर निगम के जोन में घुस गए। राजेश मूणत ने कहा, अधिकारियों को बाहर बुलाओ। लोग स्लोगन कर रहे थे। सबसे पहले खमतराई स्थित रायपुर नगर निगम, जोन क्रमांक 1 कार्यालय का घोर अपराध किया गया। इसके बाद सभी जोन नंबर 5 ईदगाह भाटा पानी स्थित जोन ऑफिस में पहुंचे।

नौकरी में घुसी भीड़।
निगम कार्यालय में फर्जीवाड़ा
यहां अधिकारियों से बात करते हुए राजे मूणत ने कहा- नगर निगम वैंटिलेटर पर जनता भगवान भरोसे है। युवा मोर्चा कार्यकर्ता ठेले में जाम लेकर पहुंचे और पूरा जोन ऑफिस के सामने फेक दिया। वहीं महिलाएं पानी की समस्या के विरोध में खाली मटकों को लेकर जोन पहुंचती हैं। और खाली मटके निगम के जोन कार्यालय के मुख्य द्वार पर फोड़ दिए गए हैं।
पुलिस पर आघात का आरोप
राजेश मूणत ने बताया, नगर निगम का घोटालों पर मिशन लेकर गया था। लेकिन पुलिस ने फर्जीवाड़ा करने वाले को रोककर मार डाला। जिसमें कुछ अभ्यर्थियों को चोट आई है। ये कांग्रेस के निशाने पर डेमोक्रेटिक तरीके से तय किए गए वर्किंग मूवमेंट को कुचलने की कोशिश थी। लेकिन हम डरेंगे नहीं।
राजेश मूनत ने जोन के अधिकारियों को अल्टीमेटम देते हुए कहा, नगर निगम को पूरी व्यवस्था में सुधार के लिए एक महीने का समय देते हैं। उसके बाद में सुधार नहीं होने पर भाजपा और पश्चिम विधानसभा की जनता के नगर निगम मुख्यालय का रिकॉर्ड किया जाएगा। एवं सभी अवैध काम जो नगर निगम ने कांग्रेस नेताओं और अपने करीबियों को साथ दे रहे हैं उन्हें रोक दिया जाएगा।
इन नेटवर्क पर आंदोलन
- 27 करोड़ के होर्डिंग घोटाले की जांच हो।
- रायपुर शहर की सफाई हो जाए शहर में मच्छरों का प्रकोप रुक जाए।
- गंदगी और गलियों में गंदगी और धूल को रोकने का काम हो जाता है।
- प्रधान आवास की मांग, लुकेच्छा की मांग,
- मनमानी उपयोगकर्ता जाने का विरोध, वृद्ध पेंशन योजना का लाभ।
- प्रियांल संकट, स्मार्ट सिटी फंड में भी विशिष्टता की जांच और मांग।