Azaad-bharat News/रायगढ़ /छत्तीसगढ़/जीवनदायनी केलो नदी को बचाने में शहीद हुई देश की प्रथम आदिवासी महिला सत्यभामा सौंरा को उनके 27 वें शहादत दिवस पर उनके ग्राम पंचायत गढ़ उमरिया बोंदा टिकरा पहुंचकर शांति सभा, व भजन कर शहीद स्मारक पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। जिसमें प्रमुख रूप सरपंच श्री गणेश राम खड़िया, जनपद सदस्य श्री मनोज भारद्वाज , प्रतिष्ठित सामाजिक कार्यकर्ता श्री रोशन पंडा,जुम्मन खान,जिला बचाओ संघर्ष मोर्चा के सचिव सीनियर एडवोकेट श्री बासुदेव शर्मा, बैंक रिटायर्ड एसोसिएशन से श्री प्रमोद सराफ,निर्मल सिंह, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी संघ के श्री जयप्रकाश अग्रवाल, सीनियर सिटीजन संघ के साथी के के एस ठाकुर, युवा खिलाड़ी साथी श्री प्रशांत ठाकुर , ट्रेड यूनियन काउंसिल के अध्यक्ष, विचारक गणेश कछवाहा,प्रेरणा स्त्रोत कुमारी भवानी (अव्या) ठाकुर ,शहीद सत्यभामा के सुपुत्र कृष्णा सोरां तथा परिवार जनों सहित बोंदा टिकरा के ग्रामीण जनों की गरिमामय उपस्थिति रहे।
शांति सभा में सभी लोगों ने समाधि स्मारक स्थल के सौंदर्यीकरण, बाउंड्री वाल, गार्डन आदि निर्माण कार्य स्वीकृति आदेश के बावजूद कार्य पूर्ण न किए जाने पर काफी आक्रोश व दुख व्यक्त किया तथा स्मारक स्थल के सौंदर्यीकरण, बाउंड्री वाल, गार्डन आदि निर्माण कार्य प्राथमिकता के आधार पर अतिशीघ्र पूर्ण करने हेतु शासन प्रशासन से मांग की गई। तथा शहीद सत्यभामा सौंरा को पाठ्यक्रम में शामिल करने हेतु शासन से आग्रह किया गया ताकि आनेवाली पीढ़ी जल के महत्व उसकी शहादत संघर्ष और अपने गौरव शाली इतिहास से वाक़िफ हो सके। अन्यथा तीव्र जनांदोलन की घोषणा की गई। उल्लेखनीय है कि जिलापंचायत रायगढ़ द्वारा दिनांक 10 मई 2021 को 8.27 लाख रुपए की कार्य स्वीकृति आदेश जारी किया गया है।
सरपंच श्री गणेशराम खड़िया, जनपद सदस्य श्री मनोज भारद्वाज, प्रतिष्ठित सामाजिक कार्यकर्ता रोशन पंडा और जुम्मन खान ने पूरे प्रकरण को संज्ञान में लेते हुए ग्रामीणों से विचार विमर्श कर एकमत होकर सभी ग्रामीणजनों के सहयोग से समाधि स्मारक स्थल के सौंदर्यीकरण, बाउंड्री वाल, गार्डन आदि निर्माण कार्य प्राथमिकता के आधार पर अतिशीघ्र पूर्ण करवाने की संकल्प पारित किया। सभी ने करतल ध्वनि और सत्यभामा अमर रहे के नारों के साथ अपनी सहभागिता दर्ज की।
शहीद सत्यभामा सौंरा केलो नदी,जल को बचाने के जनांदोलन में शहीद होने वाली देश की प्रथम आदिवासी महिला है। देश के बड़े बड़े प्रतिष्ठित सामाजिक कार्यकर्ता, जनसंगठनों के राष्ट्रीय नेतृत्व समय समय पर शहीद सत्यभामा सौंरा के समाधि स्थल पर पहुंच कर अपना श्रद्धा सुमन अर्पित करते है । तब उनके समाधि स्थल की दशा देखकर दुखी होते, बहुत शर्मसार होते।केलो नदी,जल को बचाने के जनांदोलन में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी जननायक रामकुमार अग्रवाल सहित, गढ़ उमरिया के प्रतिष्ठित राजनीतिक सामाजिक कार्यकर्ता स्व प्रकाश पंडा,सत्यभामा सौंरा,पार्वती,लक्ष्मी, संघर्ष शील साथी पत्रकार स्व शशिकांत शर्मा, जयंत बोहिदार, समाजवादी नेता नंदन गुप्ता, बासुदेव शर्मा सहित रायगढ़ जिले एवं गढ़ उमरिया पंचायत के हजारों लोग शामिल थे। 26 जनवरी 1998 को जब पूरा देश गणतंत्र दिवस उत्सव मनाने में मशगूल था उसी वक्त अनशन के दौरान शासकीय अस्पताल में सत्यभामा सौंरा के शहीद होने की खबर से पूरा जनमानस शोक की लहर में डुब गया। तब से आज तक लगभग 27 वर्ष हो गए अभी तक उनकी सादर स्मृति समाधि स्थल को संवारा संभाला नहीं गया। बाउंड्री वाल,बगीचा, सभास्थल, सौंदर्यीकरण का अभी तक अधूरा है।
जनसभा के बाद शांति भजन "रघुपति राघव राजाराम पतित पावन सीताराम --ईश्वर अल्लाह तेरो नाम -- सबको सम्मति दे भगवान ।। का गायन कर शहीद सत्यभामा सौंरा को श्रद्धासुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। तत्पश्चात् सेव बूंदी का प्रसाद वितरण किया गया।शहीद सत्यभामा अमर रहे, केलो की रक्षा कौन करेगा।आदि नारों के साथ कार्यक्रम का विधिवत समापन हुआ।
बासुदेव शर्मा एडवोकेट
सचिव
जिला बचाओ संघर्ष मोर्चा
रायगढ़ छत्तीसगढ़।
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