Azaad-bharat News/, अलीगढ़। एक युवती का अपहरण करने के बाद उसे फ्लैट में बंधक बनाकर रखा गया। हाथ-पैर बांधकर नशीली गोलियां खिलाईं और आठ दिन तक सामूहिक दुष्कर्म किया गया। परिजनों से फिरौती भी मांगी।
पुलिस ने घटना का पर्दाफाश करते हुए बाल अपचारी व युवती समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपी फरार है, जो युवती का प्रेमी बताया गया है। उसी ने युवती को मिलने के लिए बुलाया था। नौकरी का झांसा भी दिया था।
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में राेंगटे खड़े कर देने वाले मामले का खुलासा हुआ है। पुलिस के अनुसार यहां एक युवती से नौकरी दिलाने के बहाने उसे बंधक बनाकर आठ दिन तक सामूहिक दुष्कर्म किया गया। वारदात का मुख्य आरोपी युवती का प्रेमी बताया गया है। वहीं आरोपियों में एक युवती और बाल अपचारी भी शामिल है। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है मुख्य आरोपी फरार है।
यह है पूरा मामला
क्वार्सी क्षेत्र के एक इलाके में रहने वाली युवती 28 जून की शाम चार बजे घर से क्वार्सी चौराहा के लिए निकली थी। देर रात तक नहीं लौटी तो परिजनों ने अपहरण की आशंका जताते हुए मुकदमा पंजीकृत कराया। उसी रात को युवती के फोन से 80 हजार रुपये की फिरौती मांगी गई।
सीओ तृतीय अमृत जैन के अनुसार, पुलिस ने सर्विलांस की मदद से फोन की लोकेशन खंगाली तो वह लगातार बदलती रही। दो दिन वह लोकेशन हरिद्वार में भी मिली। पुलिस ने वहां एक ऐसे प्वाइंट का कैमरा खंगाला, जहां से हरिद्वार जाने वाली गाड़ियां जरूर निकलती हैं, लेकिन युवती नहीं दिखी।
इसके बाद अलीगढ़ में जहां-जहां लोकेशन मिली, वहां उस समय चालू मोबाइल नंबरों को खंगाला गया। इसमें कुछ संदिग्ध नंबर मिले, जिसके बाद लोधा क्षेत्र के गांव ताजपुर रसूलपुर निवासी आकाश व साईं विहार कॉलोनी निवासी अंजना चौधरी को गिरफ्तार किया गया।
इसके बाद कांशीराम आवास निवासी जतिन कुमार व एक बाल अपचारी को पकड़ा गया। इनकी निशानदेही पर रविवार को युवती को सांगवान सिटी स्थित एक फ्लैट से बरामद किया गया। युवती कमरे में बंद थी।
पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो वह डर गई। हाथ-पैर बंधे थे। यहां से युवती के कपड़े, तीन मोबाइल फोन, तीन आधार कार्ड, एक पैन कार्ड, एक डेबिट कार्ड, प्लास्टिक की रस्सी, 17 नशीली गोलियां बरामद हुईं। पुलिस ने आकाश, अंजना, जतिन को जेल भेज दिया है। बाल अपचारी को आगरा के बाल सुधार गृह भेजा गया है।
पेड़ा में दिया था नशीला पदार्थ, वीडियो बनाया
पूछताछ में पता चला कि युवती दीपक नाम के युवक को जानती थी, जो उसका प्रेमी बताया जा रहा है। उसी ने नौकरी का झांसा देकर युवती को क्वार्सी चौराहे पर बुलाया था। इसके बाद गाड़ी में बैठाकर उसे फ्लैट पर ले गया, जो उसने किराए पर ले रखा है। वहां युवती को पेड़े में नशीला पदार्थ मिलाकर खिला दिया।
अचेत होने पर हाथ-पैर बांध दिए। इसके बाद दुष्कर्म किया। बाद में आकाश, जतिन व बाल अपचारी को बुलाया। उन्होंने भी दुष्कर्म किया। इसके बाद दीपक युवती का फोन लेकर हरिद्वार चला गया था। साथ में अंजना भी थी। इसके पीछे तीनों आरोपी युवती से दुष्कर्म करते रहे। उसकी अश्लील वीडियो बना ली।
दूसरी युवती को भी नौकरी के बहाने रखा साथ
जांच में पता चला कि दीपक ने अंजना को भी नौकरी के बहाने अपने साथ रखा था। चूंकि वह युवती के परिजनों को जानता था तो हर गतिविधि पर निगाह रख रहा था कि परिजन क्या कर रहे हैं। इसलिए वह पुलिस के पहुंचने से पहले फरार हो जाता था।
आरोपियों का उद्देश्य फिरौती लेना था। इसके लिए एक बार कोड भी भेजा गया था, जो जन सेवा केंद्र का था। बार कोड को अंजना जन सेवा केंद्र से लेकर आई थी। कहा था कि हमारे कुछ रुपए आएंगे। इसके बदले हमें नकदी दे देना।
घटना के बाद से सहम गई युवती
पुलिस ने पीड़िता का स्वास्थ्य परीक्षण कराने के बाद उसे परिजनों के हवाले कर दिया, लेकिन आठ दिन तक कमरे में बंद रहने के चलते वह बेहद सहमी हुई है। जल्द ही पुलिस उसके बयान कराएगी।
क्वार्सी क्षेत्र के एक इलाके में रहने वाली युवती 28 जून की शाम चार बजे घर से क्वार्सी चौराहा के लिए निकली थी। देर रात तक नहीं लौटी तो परिजनों ने अपहरण की आशंका जताते हुए मुकदमा पंजीकृत कराया। उसी रात को युवती के फोन से 80 हजार रुपये की फिरौती मांगी गई।
सीओ तृतीय अमृत जैन के अनुसार, पुलिस ने सर्विलांस की मदद से फोन की लोकेशन खंगाली तो वह लगातार बदलती रही। दो दिन वह लोकेशन हरिद्वार में भी मिली। पुलिस ने वहां एक ऐसे प्वाइंट का कैमरा खंगाला, जहां से हरिद्वार जाने वाली गाड़ियां जरूर निकलती हैं, लेकिन युवती नहीं दिखी।
इसके बाद अलीगढ़ में जहां-जहां लोकेशन मिली, वहां उस समय चालू मोबाइल नंबरों को खंगाला गया। इसमें कुछ संदिग्ध नंबर मिले, जिसके बाद लोधा क्षेत्र के गांव ताजपुर रसूलपुर निवासी आकाश व साईं विहार कॉलोनी निवासी अंजना चौधरी को गिरफ्तार किया गया।
इसके बाद कांशीराम आवास निवासी जतिन कुमार व एक बाल अपचारी को पकड़ा गया। इनकी निशानदेही पर रविवार को युवती को सांगवान सिटी स्थित एक फ्लैट से बरामद किया गया। युवती कमरे में बंद थी।
पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो वह डर गई। हाथ-पैर बंधे थे। यहां से युवती के कपड़े, तीन मोबाइल फोन, तीन आधार कार्ड, एक पैन कार्ड, एक डेबिट कार्ड, प्लास्टिक की रस्सी, 17 नशीली गोलियां बरामद हुईं। पुलिस ने आकाश, अंजना, जतिन को जेल भेज दिया है। बाल अपचारी को आगरा के बाल सुधार गृह भेजा गया है।