Azaad-bharat News/कुड़ेकेला:- जिले में प्रस्तवित विभिन्न निजी एवं सरकारी परियोजनाओं के क्रियान्वयन में नियमों की बदतर अनदेखी करने के कई मामले सामने आए हैं। धरमजयगढ़ क्षेत्र में ऐसे ही एक प्रोजेक्ट की जमीनी स्तर पर की जा रही गतिविधियों में गंभीर रूप से वन अधिनियम के उल्लंघन करने के प्रकरण में एक नया अपडेट सामने आया है। जिसमें बिलासपुर वन वृत्त की फ्लाइंग स्क्वायड की टीम प्रोजेक्ट साइट में जांच के लिए भालूपखना पहुंचीं। विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक उड़नदस्ता की टीम ने परियोजना क्षेत्र में जाकर क्रियान्वयन में बरती गई लापरवाही के बारे में विस्तृत जानकारी ली। बताया जा रहा है कि इस जांच दल के आने की खबर वन विभाग के स्थानीय आला अधिकारियों को भी नहीं हुई। हालांकि जांच टीम द्वारा मौका जांच करने के दौरान संबन्धित मैदानी अमले के जिम्मेदार वहां मौजूद रहने की बात सामने आई है। जानकारी के मुताबिक जिले की खनिज विभाग की टीम ने भी प्रोजेक्ट में संपदाओं के अनुचित दोहन को लेकर जांच शुरू कर दी है।
धरमजयगढ़ तहसील क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम भालूपखना में पिछले करीब दो साल से अधिक समय पहले से प्रस्तावित एक लघु जल विद्युत परियोजना का क्रियान्वयन किया जा रहा था। प्रोजेक्ट का क्रियान्वयन तेलंगाना राज्य की धनबादा पावर एंड इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड नामक एक कंपनी द्वारा किया जा रहा है। कुछ समय पहले वन भूमि पर बिना अनुमति के इस प्रोजेक्ट का काम शुरू करने की शिकायत पर विभागीय अधिकारियों ने जांच की। विभाग की जांच में वन संरक्षण अधिनियम के उल्लंघन किए जाने की पुष्टी हुई। जिसके बाद विभाग द्वारा इस प्रोजेक्ट का काम रोक दिया गया है। विभागीय जांच रिपोर्ट में प्रोजेक्ट मैनेजर को उल्लंघन के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। हालांकि, इस केस में वन विभाग के ज़िम्मेदारों की भूमिकाओं की जांच को लेकर विभागीय स्तर चल रही संभावित प्रक्रियाओं के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी है।
बिलासपुर से आई वन विभाग की टीम द्वारा इस प्रोजेक्ट की जांच किए जाने के मामले में लैलूंगा फारेस्ट एसडीओ ने बताया कि उन्हें उड़नदस्ता टीम के आने की खबर मिली थी। लेकिन टीम कब जांच कर चली गई इसके बारे में जानकारी नहीं मिल पाई। आधिकारी ने बताया कि हमने इस प्रकरण में जांच रिपोर्ट पहले ही सौंप दी है।