कोरिया। बैकुंठपुर से 10 किलोमीटर दूरी पर चारपारा गांव है। इस गांव का तालाब इन दिनों आस्था का केंद्र बना हुआ था। क्योंकि इस तालाब में नाग और नागिन के जोड़े ने लोगों को दर्शन दिए थे। वन विभाग की टीम मंगलवार को ग्राम रेस्क्यू करने के लिए चारपारा पहुंची। लेकिन ग्रामीणों की उस विषधर पर ऐसी आस्था उपज चुकी थी कि, उन्होंने वन विभाग की टीम को कोबरा का रेस्क्यू करने से रोक दिया। ग्रामीणों ने वनकर्मियों से कहा था कि, गांव के लोग एक समिति बनाकर उसकी देख रेख करेंगे। ग्रामीणों के भारी विरोध के चलते वन विभाग की टीम को बैरंग लौटना पड़ा। इस खबर के बाद कोरिया कलेक्टर विनय लंगेह ने सख्त रुख दिखाते हुए अंधविश्वास के जाल को तुड़वा दिया है।
कलेक्टर के निर्देश पर पुलिस और प्रशासन की बड़ी टीम के साथ वन विभाग ने कोबरा को रेस्क्यू कर तालाब से निकाल लिया। तालाब से निकालकर कोबरा को रामगढ़ के जंगलों में छोड़ दिया गया है।