बलकौर सिंह ने कहा कि वह दूसरी गाड़ी से उसके पीछे गए थे। रास्ते में उन्होंने देखा कि एक कोरोला गाड़ी मूसेवाला का पीछा कर रही थी। उन्होंने बताया कि जब मूसेवाला जवाहरके गांव के पास पहुंचे, तो वहां पहले से खड़ी सफेद रंग की बोलेरो उनका इंतजार कर रही थी। उसमें चार युवक सवार थे।
पिता ने बताया कि अचानक उन्होंने मूसेवाला पर गोलीबारी शुरु कर दी। गोलीबारी के चंद मिनटों बाद बोलेरो और कोरोला सवार मौके से फरार हो गए। उन्होंने बताया कि वह वहां पहुंचे और अपने बेटे के साथ-साथ उसके दोनों दोस्तों को मनसा सिविल अस्पताल ले गए, लेकिन उसे बचा नहीं सके।