ईडी के छापे से छत्तीसगढ़ में अवैध शराब कारोबार के माध्यम से दो हजार करोड़ रुपए से अधिक राशि का भ्रष्टाचार उजागर हुआ है। जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए इस मुद्दे को मण्डल से लेकर प्रदेश स्तर तक जोरदार प्रदर्शन करते हुए भुना रही है।
इसी कड़ी में सरिया मण्डल भाजपा ने शराब घोटाले के विरोध में सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व आबकारी मंत्री कवासी लखमा का पुतला दहन किया गया।
पुतला दहन के मद्देनजर अटल चौक सरिया नगर में काफी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी इस बीच प्रदर्शनकारी भाजपाईयों और पुलिस के बीच झूमा झटकी हुई तथा दो अलग-अलग छोर से पुतला निकालकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस प्रशासन को चकमा दे दिया और अंततः वे सीएम व आबकारी मंत्री का पुतला दहन करने में सफल रहे।
▫️कांग्रेस सरकार में भ्रष्टाचार और घोटाला का बोलबाला है: चूड़ामणि पटेल
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सरिया मण्डल भाजपा के महामंत्री चूड़ामणि पटेल ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने भ्रष्टाचार की सारी हदें पार कर दी है। नित नई-नई भ्रष्टाचार व घोटालों के मामले उजागर हो रहे हैं फलस्वरूप प्रदेश में भ्रष्टाचार और घोटाला का बोलबाला है।
श्री पटेल ने बताया कि शराब घोटाला भारतवर्ष के सबसे बड़े घोटाला के रूप में सामने आया है। सत्ता में आने से पहले गंगाजल हाथ में लेकर कसम खाने वाले लोग और अपने चुनावी जन घोषणा पत्र में शराबबंदी की झूठी वादा करने वाले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अनिल,अनवर और एजाज के माध्यम से अवैध शराब कारोबार से दो हजार से अधिक रूपए का भ्रष्टाचार करके प्रदेश की जनता को लूट रहे है।
▫️शराब घोटाले पर प्रवर्तन निदेशालय का दावा
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प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छत्तीसगढ़ में बेची गई शराब की ‘‘हर बोतल’’ पर ‘‘अवैध रूप’’ से धन एकत्रित किया गया और रायपुर महापौर एजाज ढेबर के बड़े भाई अनवर ढेबर की अगुवाई वाले शराब सिंडिकेट द्वारा दो हजार करोड़ रुपये के ‘‘अभूतपूर्व’’ भ्रष्टाचार और धनशोधन के सबूत एकत्रित किये गए हैं।
एजेंसी ने एक बयान में कहा कि अनवर ढेबर को संघीय एजेंसी ने धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत विगत दिनों रायपुर के एक होटल से तब गिरफ्तार किया जब वह ‘‘पिछले दरवाजे से भागने’’ की कोशिश कर रहे थे।
ईडी ने आधिकारिक तौर पर दावा किया है कि कारोबारी ढेबर और उसके साथियों ने प्रदेश में शराब के नाम पर एक सिंडिकेट खड़ा किया जो सरकारी दुकानों में शराब की बोतल पहुंचने तक अपना मुनाफा उसमें जोड़ लिया करता था। इसमें शराब की बोतल बनाने से लेकर शराब की लेबलिंग करने वालों तक से वसूली की गई।
प्रदर्शन के दौरान मण्डल अध्यक्ष परदेशी प्रधान,महामंत्री द्वय चूड़ामणि पटेल एवं राधामोहन पाणिग्राही, कैलाश पण्डा,स्वप्निल स्वर्णकार,जयरतन पटेल,दशरथ साहू,जुगल किशोर अग्रवाल,सेवकराम पटेल,राधाकांत देहरी,नूतन स्वर्णकार,मुरलीधर पटेल,कमल किशोर पटेल,उत्तम पटेल,राजकिशोर पाणिग्राही,भरत पटेल,अमरसिंह पटेल,मित्रभानू मालाकार,पूर्णचंद्र प्रधान,सिंधु साहू,बाबूलाल साहू,पवन साहू,संतराम चौहान,हृदयराम साव,आत्माराम साहा,वृन्दावन प्रधान,परीक्षित पटेल, तुलाराम डनसेना,शशी डनसेना,दुष्यंत पाणिग्राही,प्रफुल्ल साहू,सागर पटेल,महेश बारिक,शुकदेव दुआन,मिलन राणा,आनंद सतपथी फागुलाल सिदार समेत सैंकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।