13 मिनट पहलेलेखक: किरण जैन
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23 सितंबर से शादी की रस्में शुरू हो जाएंगी।
परिणीति चोपड़ा और राघव चड्ढा की शादी 24 सितंबर को राजस्थान के उदयपुर में होगी। शादी का पूरा फंक्शन उदयपुर के लीला पैलेस में रखा गया है। परिणीति और राघव की शादी का कार्ड भी सामने आया है। 23 सितंबर से शादी की रस्में शुरू हो जाएंगी। ये रस्में सुबह 10 बजे चूड़ा सेरेमनी से शुरू होंगी।
इसके बाद दोपहर में लीला पैलेस में मेहमानों के लिए लंच की व्यवस्था की गई है। उसी शाम संगीत सेरेमनी होने वाली है, जिसकी थीम 90s बेस्ड होगी।
24 सितंबर को राघव चड्ढा बारात लेकर पहुंचेंगे
24 सितंबर को राघव चड्ढा बारात लेकर लीला पैलेस पहुंचेंगे। दोपहर 3:30 बजे जयमाला होगा। इसके आधे घंटे बाद शाम 4 बजे राघव-परिणीति अपने परिवार की मौजूदगी में सात फेरे लेंगे। रस्में पूरी होने के बाद शाम 6:30 बजे विदाई होगी। इसके बाद रात 8.30 बजे रिसेप्शन होगा। इसके बाद मेहमानों के लिए गाला डिनर की व्यवस्था की जाएगी।

सगाई के तीन महीने बाद राघव-परिणीति शादी के बंधन में बंधने जा रहे हैं।
राघव-परिणीति की शादी के कार्ड पर नजर डालिए..



13 मई को हुई थी सगाई
इससे पहले परिणीति और राघव ने 13 मई को दिल्ली के कपूरथला हाउस में सगाई की थी। सगाई में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पूर्व केन्द्रीय मंत्री पी. चिदंबरम, कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल, शिवनेता नेता आदित्य ठाकरे सहित कई बड़े नेता शामिल हुए थे।
बहन की सगाई के लिए ग्लोबल स्टार प्रियंका चोपड़ा भी पहुंची थीं।

लंदन से एक-दूसरे को जानते हैं परिणीति-राघव
परिणीति और राघव ने लंदन से पढ़ाई की है। परिणीति ने मैनचेस्टर बिजनेस स्कूल में पढ़ाई की है, जबकि राघव ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से पढ़ाई की। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों की जान पहचान वहीं हुई थी।
दोनों को इग्लैंड में ‘भारत यूके आउटस्टैंडिंग अचीवर ऑनर्स’ से भी नवाजा गया था। इस इवेंट में 75 लोगों को अवॉर्ड दिया गया था। इनमें ब्रिटिश यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट को सम्मानित किया गया था।

सांसद होने के साथ चार्टर्ड अकाउंटेंट भी हैं राघव
राघव चड्ढा पंजाब से राज्यसभा सांसद हैं। वे आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के काफी खास माने जाते हैं। वे पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं। उन्हें पिछले साल पंजाब सरकार का सलाहकार बनाया गया था, जिसकी विपक्षी दलों ने कड़ी आलोचना की थी।