Pm14Sep1
लेटेस्ट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रायगढ़ में विशाल जनसभा को किया संबोधित : रायगढ़ में 6350 करोड़ की रेल परियोजनाएं देश को समर्पित की साथ ही 9 जिलों में 50 बिस्तरों वाले ‘क्रिटिकल केयर ब्लॉक’ का हुआ शिलान्यास


रायगढ़ , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज महत्वपूर्ण परियोजनाओं को देश को समर्पित करने व अनेक महत्वपूर्ण योजनाओं का शिलान्यास करने रायगढ़ पहुंचे। रायगढ़ एयरपोर्ट में पीएम मोदी का स्वागत किया गया। वे वायुसेना के विमान से पहुंचे।

Pm14Sep3

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रायगढ़ में 6350 करोड़ की रेल परियोजनाएं देश को समर्पित की I  इसमें पेंड्रा रोड से अनूपपुर के बीच तीसरी रेल लाइन 50 किमी लंबी है। इसका निर्माण लगभग 516 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। साथ ही चांपा और जामगा रेलखंड के बीच 98 किलोमीटर लंबी तीसरी रेल लाइन का निर्माण करीब 796 करोड़ रु की लागत से किया गया है। साथ ही छत्तीसगढ़ के 9 जिलों में 50 बिस्तरों वाले ‘क्रिटिकल केयर ब्लॉक’ का भी शिलान्यास किया। तत्पश्चात विशाल जनसभा को संबोधित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीजा-पोरा तिहार की छत्तीसगढ़ के लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि, पूरा भारत खुशियों का तिहार मना रहा है, कुछ दिन पहले वैज्ञानिकों ने भारत को चांद तक पहुंचा दिया। जैसे यहां कहते हैं कि छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया उसी तरह अब दुनिया के लोग कह रहे हैं कि भारत का चंद्रयान सबसे बढ़िया।

Pm14Sep2

लोकार्पण-शिलान्यास कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि, आज छत्तीसगढ़ विकास की दिशा में बड़ा कदम उठा रहा है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार के लिए आज अनेक योजनाओं का शुभारंभ हुआ है। जी-20 में पहुंचे अनेक देश के राष्ट्राध्यक्ष भारत से प्रभावित होकर गए हैं। जी-20 को सफल बनाने में छत्तीसगढ़ की भी भागीदारी रही है।

प्रधानमंत्री छत्तीसगढ़ के नौ जिलों में 50 बिस्तरों वाले ‘क्रिटिकल केयर ब्लॉक’ का भी शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री-आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन के तहत कुल 210 करोड़ रुपये की लागत से दुर्ग, कोंडागांव, राजनांदगांव, गरियाबंद, जशपुर, सूरजपुर, सरगुजा, बस्तर और रायगढ़ जिलों में 9 क्रिटिकल केयर ब्लॉक का निर्माण किया जाएगा। साथ ही सिकलसेल रोग की जांच की गई आबादी को एक लाख सिकलसेल परामर्श कार्डों का भी वितरण किया।

छत्तीसगढ़ मेरे लिए पावर हाउस

पीएम मोदी ने आगे कहा कि, छत्तीसगढ़ मेरे लिए पावर हाउस की तरह है। प्रदेश के विकास के लिए हमने निरंतर काम किया है। आने वाले समय में देश में ऐसे प्रोजेक्ट की संख्या बढ़ेगी और इसका लाभ छत्तीसगढ़ जैसे राज्य के लिए जरूर मिलेगा।

‘पर्यावरण की भी चिंता करनी है’

कोयला खदान को ईको टूरिज्म के रूप में विकसित किया जा रहा है। साथ ही खदानों से निकले पानी से खेतों की सिंचाई की व्यवस्था की जा रही है। हम जंगल-जमीन की रक्षा भी करेंगे और इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास भी करेंगे।