हालांकि, वरिष्ठ नेताओं ने अभी तक इस मुद्दे पर अंतिम निर्णय नहीं लिया है। पार्टी आलाकमान ने अपने सूत्रों के जरिए मंत्रियों के प्रदर्शन और लोकप्रियता का सर्वे कराया है। सूत्रों का कहना है कि पार्टी एक कैबिनेट बनाने पर विचार कर रही है, जिससे आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी को फायदा हो सके।
इस बीच, कैबिनेट विस्तार में देरी होने के कारण विपक्षी कांग्रेस ने बयान जारी कर कहा है कि बीजेपी के कई शीर्ष नेताओं ने उनसे संपर्क किया है। बीजेपी आलाकमान सावधानी से चल रहा है और निर्णय लेने के लिए अपना समय ले रहा है। आलाकमान पुराने मंत्रियों को हटाने पर भी विचार कर रहा है। इसकी चिंता में बैठे मौजूदा मंत्रियों ने दिल्ली में अपने गॉडफादर के जरिए लॉबिंग शुरू कर दी है।