दुनिया की सबसे बड़ी चिप कंपनी NVIDIA ने शुक्रवार 8 सितंबर को दो बड़े भारतीय कारोबारी समूहों के साथ साझेदारी का ऐलान किया। इसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) और टाटा ग्रुप (Tata Group) शामिल हैं। यह साझेदारी सिर्फ न सिर्फ भारत में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर को बनाने की दिशा में अहम कदम है, बल्कि इससे देश के टेक टैलेंट को बड़े पैमाने पर रिस्किलिंग और अपस्किलिंग करने में भी इससे मदद मिलेगी।
NVIDIA ने कहा कि वह रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ मिलकर भारत का खुद का फाउंडेशन लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) बनाने पर काम करेगी, जो देश के विभिन्न भाषाओं पर प्रशिक्षित होगा। यह लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) भारत के लिए होगा, जिसे देश में विभिन्न जेनरेटिव AI टूल्स बनाया जा सकेगा।
दोनों कंपनियों ने एक बयान में कहा, “कंपनियां AI इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए मिलकर काम करेंगी जो आज भारत के सबसे तेज सुपरकंप्यूटर से भी अधिक शक्तिशाली है।” बयान में रिलायंस ने कहा, “NVIDIA से लैस AI इंफ्रास्ट्रक्चर, रिलायंस इंडस्ट्रीज की टेलीकॉम यूनिट रिलायंस जियो इंफोकॉम के लिए AI में नया विस्तार है।”
इसके साझेदारी के तहत, NVIDIA जहां Jio को AI मॉडल बनाने के लिए CPU, GPU, नेटवर्किंग और AI ऑपरेटिंग सिस्टम और फ्रेमवर्क सहित एंड-टू-एंड AI सुपरकंप्यूटर तकनीक मुहैया कराएगी। वहीं Jio, AI क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर का मैनेजमेंट और रखरखाव करेगा।
NVIDIA ने साल 2004 में भारत में कारोबार शुरू किया था और यहां कंपनी के 4 इंजीनियरिंग सेंटर हैं। ये सेंटर गुरुग्राम, हैदराबाद, पुणे और बेंगलुरु में हैं। इन सेंटर्स में करीब 3,800 कर्मचारी काम करते हैं।