क्या हैं शेल कंपनियां?
अडानी समूह की सात कंपनियां शेयर बाजार में सूचीबद्ध हैं और इनके अलावा 578 सहयोगी कंपनियां हैं जिनका नियंत्रण और प्रबंधन कथित तौर पर अडानी परिवार के हाथ में है। जनवरी, 2023 में इन कंपनियों का मूल्य 200 अरब डॉलर आंका गया जो कतर के जीडीपी के बराबर है।
2018 में गौतम अडानी की कुल संपत्ति 20 अरब डॉलर होने का अनुमान था लेकिन 2022 तक यह कथित तौर पर 120 अरब डॉलर तक बढ़ गया था जिससे वह दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति बन गए। हिंडनबर्ग रिसर्च ने 24 जनवरी को जारी अपनी रिपोर्ट में कहा कि अडानी समूह की कंपनियों का मूल्य अधिक आंका जा रहा है और आरोप लगाया कि शेल कंपनियों ने राउंड-ट्रिपिंग (टैक्स बचाने और मनी लॉंड्रिंग का तरीका) के जरिये इन कंपनियों में पैसा लगाया।
दो तरह की होती हैं शेल कंपनियां
शेल कंपनियां दो तरह की होती हैं ‘इंडस्ट्रियल शेल स्टैक’ और ‘इन्वेस्टमेंट शेल स्टैक’। ‘इंडस्ट्रियल शेल स्टैक’ कंपनियां बाजार से मशीनरी जैसी पूंजीगत संपत्ति खरीदती हैं और सूचीबद्ध कंपनियों को बढ़ी कीमतों पर बेचती हैं। शेल कंपनियों द्वारा प्राप्त अतिरिक्त पैसा तब शेल कंपनियों के दूसरे समूह या ‘निवेश शेल स्टैक’ में भेज दिया जाता है जो सूचीबद्ध कंपनियों में ‘वापस निवेश’ करते हैं।