नकदी संकट से जूझ रही स्टार्टअप डंजो (Dunzo), खर्चों को कम करने के लिए अपने बेंगलुरु के ऑफिस को खाली कर रही है। कंपनी के को-फाउंडर और सीईओ कबीर विश्वास (Kabeer Biswas) ने 15 सितंबर को एक टाउनहॉल में कर्मचारियों को यह जानकारी दी। यह ऑफिस अब तक Dunzo को हेडक्वार्टर रहा है और यह बेंगलुरु के विंड टनल रोड पर है। Dunzo पिछले कुछ समय से नकदी संकट से जूझ रही है और इसके चलते कर्मचारियों की सैलरी में भी देरी हुई है।
Dunzo को पहले 20 जुलाई को अपने सभी बकाया चुकाने थे, लेकिन कई देरी के बाद अब बिस्वास ने इसके लिए नवंबर की नई समय सीमा तय की है। बिस्वास ने 15 सितंबर को को कर्मचारियों के साथ एक बातचीत में बताया था कि, जून और जुलाई में रुके हुए सैलरी का हिस्सा भी अब नवंबर में दिया जाएगा। कंपनी इसके पहले भी इसे लेकर समयसीमा बढ़ा चुकी है।
एक सीनियर कर्मचारी ने मनीकंट्रोल को बताया, “हमें 2-3 महीने पहले बताया गया था कि Dunzo शायद अपना ऑफिस खाली करना चाह रही है क्योंकि ऑफिस से आकर काम करने वाले इक्का-दुक्का लोग ही है। लेकिन अब कबीर (बिस्वास) ने हमें बताया है कि ऐसा सच में होने वाला है और मौजूदा स्थिति को देखते हुए कंपनी इससे कुछ अतिरिक्त नकदी बचा सकती है।”
हालांकि बिस्वास ने नए ऑफिस के बारे में तत्काल कोई जानकारी नहीं दिया, लेकिन कर्मचारियों को उम्मीद है कि कंपनी उन्हें घर से काम करने के लिए कहेगी। Dunzo ने इससे पहले भी लागत घटाने के लिए कई उपाय कर चुकी है। इसमें कम से कम तीन राउंड में कर्मचारियों की छंटनी भी शामिल है।
Dunzo की कैशफ्लो स्थिति बिगड़ती जा रही है क्योंकि फंडिंग को लेकर बातचीत कुछ आगे नहीं बढ़ रही है। स्थिति इतनी गंभीर है कि डंजो को अपनी वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने के लिए बाहरी पार्टियों के साथ समझौता करना पड़ रहा है। इससे पहले मनीकंट्रोल ने इस हफ्ते की शुरुआत में बताया था कि कंपनी ने अपने कर्मचारियों को अगस्त महीने की सैलरी देने के लिए एनबीएफसी OneTap के साथ साझेदारी किया था।