जैसा कि निर्वासित था, सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद से शिंदे कैम्प में खामोशी है, जबकि निराशा के बावजूद एयरोड्रम कैम्प में हलचल है और शिंदे के प्रयासों की मांग जोर पकड़ रही है। उड़ने वालों के नेता संजय राउत ने कहा कि बात सिर्फ 16 रहने की नहीं है, पूरी की पूरी सरकार ही चल रही है, इन्हें इस्तीफा देना चाहिए।
उदर ठाकर ने भी इस आरोप के साथ सुप्रीम कोर्ट के फैसले में हार के साथ ही जीत हासिल की है, कहा कि, “आखिर मैं कैसे उस अधिकार में रह सकता हूं जहां मैं गद्दारों के साथ बैठा हूं।”
बीजेपी में गद्दारी बहुत से ग्रेब्रिटीज से लिया जाता है, और यही कारण है कि पार्टी समर्थक और कार्यकर्ता प्रचारक और आदित्य ठाकरे के साथ रेड स्कर्म हैं। कांग्रेस और एनसीपी भी शिंदे की साझेदारी की मांग कर रहे हैं, लेकिन वायरलेस सरकार की वापसी न होने से कुछ निराशा भी हो रही है। लेकिन अब महाविकास अघाड़ी राज्य में समय पूर्व चुनाव का माहौल बना रहा है, क्योंकि मौजूदा हालात में शिंदे सरकार की घोषणा पर संदेह होने के कारण ऐसे लोग भी शिंदे का साथ छोड़ देते हैं जो अभी तक उनके साथ हैं।