उसने कहा, “जब मेरी पोस्टिंग देहरादून में हुई तो मैं श्रेया को भी अपने साथ देहरादून ले आया। जिसकी जानकारी मेरी पत्नी को हुई तो मैंने श्रेया को कुछ दिन होटल में रखने के बाद वापस सिलीगुडी भेज दिया। उसे दुबारा देहरादून बुला लिया और कुछ दिन होटल में रखने के बाद मैंने क्लेमनटाउन में एक फ्लैट किराये पर लिया और उसे वहां रख दिया। कुछ दिन सही रहने के बाद वह लगातार मुझे अपनी पत्नी का दर्जा देने का दबाब बनाने लगी और इसको लेकर वहां मुझे गाली गलौज करने लगी। मुझसे शराब और होटल से खाना मंगाती थी। मैं ही खाना बनाता था, उसे खाना बनाना नहीं आता था।
कर्नल ने कहा कि मेरा लगभग रोज फ्लैट में आना जाना था इसका मेरी पत्नी को भी पता चल गया था। श्रेया मुझसे लगातार दुर्व्यवहार करती थी। और मुझे गालियां देती थी। कहती थी कि तुमने मेरी लाइफ खराब कर दी है मुझे रखैल की तरह रखा हुआ है। मुझसे शादी कर लो इस बात को लेकर हमारा झगड़ा होता रहता था।” उसने आगे बताया कि पिछले कुछ दिनों पहले श्रेया की लड़ाई मेरी पत्नी के साथ हुई। मैं असमंजस की स्थिति में था कि मैं क्या करूं मैं बहुत परेशान हो गया था । इसलिए मैंने उसे जान से मारने की योजना बनायी।