इस तरह के ‘शाही’ आदर-सत्कार का विचार शिंदे को हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा केरल और कर्नाटक में किए गए रोड शो से आ सकते हैं।
केरल में तो प्रधानमंत्री अपनी कार से उतरकर अपने काफिले से आगे निकलकर पैदल चलने लगे, जहां सड़क के दोनों ओर लोग उन पर फूल जाने के लिए जाम थे या किए गए थे।
ऐसा ही कुछ बेंगलुरु के रोड शो में दोहराया गया, जहां पीएम कार में खड़े हुए और सन रूफ से यात्रा का हाथ बढ़ाते हुए खुल रहे थे। यहां भी सड़क के दोनों ओर लोग रुकते थे उन पर पुष्पवर्षा कर रहे थे।
राजनीतिक कार्यक्रम आदि में अब तो मानो यह प्रथा हो गई है कि गेंदे के चमकीले पीले फूल बैनर पर चमकाए जाने लगे हैं। इन फूलों की कीमत 100 से 150 रुपए प्रति किलो तक होती है। और तस्वीरें और वीडियो आदि देखकर साफ लगता है कि ये फूल स्विट्जरलैंड के लिए भीड़ को जमा किया जाता है, और उन्हें पार्टी या प्रबंधकों की तरफ से फूल दिए जाते हैं जो वे नेता पर फेंकते हैं।
पर्यवेक्षक और विश्लेषक इस बात पर विद्वेष भी करते हैं कि ‘ऐसा लगता है कि सभी लोगों ने एक ही तरह के फूलों से एक ही दुकान से अध्ययन किया है!