रायपुर11 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

भोपाल भूपेश बघेल दिल्ली दौरे पर हैं। आज नीति आयोग की बैठक का हिस्सा।
भोपाल भूपेश बघेल दिल्ली दौरे पर हैं। जहां आज नीति आयोग की बैठक का हिस्सा बनेंगे। जानकारी के मुताबिक इस मुलाकात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गृहमंत्री अमित शाह से मिल सकते हैं। दिल्ली में दिनभर होने वाली इस बैठक के लिए सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को बुलाया गया है। शुक्रवार की शाम कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात के दौरान कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई।
नीति आयोग की बैठक में भूपेश बघेल पांचवें नंबर पर संदेश देंगे। इसमें प्रदेश की वर्ष भर की उपलब्धियों के साथ भविष्य की योजना और लक्ष्य में लक्ष्य योजनाओं की मंजूरी के लिए बात करेंगे। इसके साथ ही राज्य के लिए निश्चित रूप से राजस्व की मांग भी की जाएगी। बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव सुब्रत साहू, वित्त सचिव खाता आनंद भी शामिल होंगे।

भूपेश बघेल आज नीति आयोग की बैठक में शामिल होंगे यहां पीएम मोदी से मुलाकात हो सकती है।
इस बैठक को लेकर भूपेश बघेल ने कहा, प्रदेश के कई ऐसे फ़्लैग मुद्दे हैं। जिन पर बात होगी। घोस्ट मैक्सिमा उठाएं, और केंद्र सरकार से जो राशि लेनी है, उस पर भी चर्चा होगी। सुबह 10 बजे से सुबह 4 बजे तक मीटिंग होती है। इस बैठक का निष्कर्ष क्या होगा वह बैठक के बाद ही पता चलेगा।

भूपेश बघेल ने मल्लिकार्जुन खड़गे को मिलेट हम्पर खड़गे को नामांकित किया।
छत्तीसगढ़ में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसके मद्देनजर यह मुलाकात काफी अहम जा रही है। हालांकि मुलाकात पर किन मुद्दों पर चर्चा हुई इसकी जानकारी अभी नहीं मिली है। लेकिन सियासी गलियारों से खबर है कि इस बैठक में प्रदेश में सत्ता के आंकड़े और ईडी की रेड पर चर्चा संभव है।
मिलेट क्या होता है
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। रिकॉर्ड दर्ज कराने वाले ज्वर, बजरा, रागी, सावां, कोदो, कुटकी और कुट्टू को मिलेट क्रॉप कहा जाता है। बाजरे को सुपरफूड भी माना जाता है, क्योंकि इनमें पोषक तत्व अपेक्षाकृत अधिक मात्रा में होते हैं।
प्रदेश में 1 दिसंबर 2021 से मिलेट मिशन शुरू किया गया है। जिसका प्रमुख उद्देश्य प्रदेश में मिलेट की खेती को बढ़ावा देना, मिलेट के मामले को बढ़ावा देना और दैनिक आहार में मिलेट के उपयोग को बढ़ावा देना कुपोषण दूर करना है। अब महिला स्व सहायता मिलेट्स के कुकीज, केके और अन्य उत्पाद भी तैयार किए जा रहे हैं। जो मल्लिकार्जुन खड़गे को दिए गए हम्पर में शामिल थे।
शुक्रवार को भूपेश बघेल ने ED की कार्रवाई पर फिर उठाया सवाल
प्राइम ने कहा, डिस्टलर के यहां गड़बड़ी हुई थी और यहां से 26 करोड़ के जेवर पकड़े गए थे। वे गवाह बने रहे। जबकि आदत बदलते ही, होलोग्राम उसी समय बदल जाता है। और बिना टैक्स के भी वहीं से निकले। तो सबसे पहले डिस्टर्ब करने वाला हुआ। और सभी गड़बड़ी के गवाह बने हुए हैं, यही ईडी के काम करने का तरीका है। सवाल यही है कि ईडी की जितनी भी हरकत हुई है, अपने आप में सवालवाचक है। दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई की जा रही है, सीधी सी बात है ईडी फेयर वाली कार्रवाई नहीं कर रही है।
झीरम घटना पर कहा…प्रदेश में झीरम घाटी में हमले पर जोरदार सियासत हो रही है। सीएम ने फिर दो सवालों के जवाब के लिए बीजेपी से मांगे हैं उन्होंने कहा, झीरम की सेवानिवृत्ति पर उन्होंने दो सवाल पूछे थे, जिस पर बीजेपी का कोई जवाब नहीं आया है।
पहला सवाल- जो नेता गणपति ने सरेंडर किया है, उस व्यक्ति का नाम क्या है। अगर सरेंडर किया जाता है तो उसे कहां और क्या रिहैबिलिटेशन पॉलिसी का लाभ दिया गया है?
दूसरा सवाल- सरेंडर करने वाले गुडसांडी ने उन्हें कन्फर्म क्यों नहीं लिया, जबकि एनआईए कोर्ट ने आदेश दिया था। एनआईए पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है। गणपति और गुडसा उसके कन्यादानी के पद पर हैं। अगर गणपति ने सरेंडर किया है तो उनका नाम उजागर किया जाना चाहिए।