तेजस्वी यादव ने आगे लिखा, “बीजेपी सरकार की ओर से सूत्रों के हवाले से इधर-उधर की भ्रामक अफवाह फैलाने अथवा खबर प्लांट करवाने की बजाय रेड के बाद हस्ताक्षर किए जाने वाले पंचनामे की सूची ही सावर्जनिक कर देनी चाहिए।”

जमीन के बदले नौकरी मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने लालू यादव के परिवार और उनके रिश्तेदारों के घर छापेमारी की है। इस कार्रवाई के बाद ईडी ने दावा किया कि उन्हें लालू परिवार के अघोषित 1 करोड़ रुपये का कैश, सोने के गहने सहित अन्य चीजें मिली हैं। ईडी के इस दावे पर बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पलटवार किया है। तेजस्वी ट्वीट के जरिए बीजेपी और मीडिया पर हमला बोला। उन्होंने एक के बाद एक कई पोस्ट डाले और पुराने मामलों को याद दिलाते हुए अपने विरोधियों पर निशाना साधा।
तेजस्वी ने लिखा- “याद करिए- 2017 में भी कथित 8000 करोड़ का लेनदेन, हजारों करोड़ का मॉल, सैकड़ों संपत्तियां, अभी चंद महीनों पहले गुरुग्राम में अरबों का WhiteLand कंपनी का UrbanCube मॉल भी मिला था। भाजपाई अब कथित 600 करोड़ का नया हिसाब लाने से पहले अपने सूत्रों को पुराने का तो हिसाब दे देते।”
तेजस्वी यादव ने आगे लिखा, “बीजेपी सरकार की ओर से सूत्रों के हवाले से इधर-उधर की भ्रामक अफवाह फैलाने अथवा खबर प्लांट करवाने की बजाय रेड के बाद हस्ताक्षर किए जाने वाले पंचनामे की सूची ही सावर्जनिक कर देनी चाहिए। अगर हम इसे सार्वजनिक कर देंगे तो इन बेचारे नेताओं की क्या इज्जत रहेगी? सोच लो..।”
बता दें कि ईडी ने शनिवार को दावा किया कि लालू प्रसाद के परिवार के खिलाफ छापों में एक करोड़ रुपये की अघोषित नकदी जब्त की है। साथ ही जमीन के बदले नौकरी से हासिल की 600 करोड़ रुपये की संपत्ति का पता चला है। केन्द्रीय एजेंसी ने कहा कि लालू प्रसाद के परिवार और उनके सहयोगियों के लिए रियल एस्टेट और अन्य क्षेत्रों में किए गए निवेशों का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है।