पिछले एक वर्ष में किसानों से किए गए वादों को लेकर मोदी सरकार की उदासीनता पर किसान इस बात को बार-बार कह रहे थे कि 2024 लोकसभा चुनाव से पहले एक बार फिर आंदोलन ही उनके पास अंतिम विकल्प है। सरकार को जगाने के लिए एक वर्ष में कई बार किसान सड़क पर भी उतरे, लेकिन बीजेपी सरकार के कानों पर जूं नहीं रेंगी। लिहाजा, जींद से किसानों ने ऐलान कर दिया है कि अब दिल्ली कूच किए बिना बात बनने वाली नहीं है।
संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले जींद की नई अनाज मंडी में जुटे हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों के किसानों ने 15 से 22 मार्च के बीच दिल्ली में होने वाले प्रदर्शन पर मोहर लगा दी है, जिसके लिए फाइनल तारीख का ऐलान 9 फरवरी को कुरुक्षेत्र की मीटिंग में होगा। बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि अगर किसानों को अपनी नसल और फसल बचानी है तो अपने ट्रैक्टरों को तैयार रखना होगा। कभी भी कॉल हो सकती है।