गेमिंग और स्पोर्ट्स मीडिया कंपनी नजारा टेक (Nazara Tech) देश की सबसे बड़ी एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) एसबीआई म्यूचुअल फंड (SBI Mutual Fund) से 410 करोड़ रुपये जुटाएगी। इसके बदले में एसबीआई म्यूचुअल फंड को नजारा शेयर जारी करेगी। कंपनी के बोर्ड ने इसकी मंजूरी दे दी है और कंपनी ने इसकी जानकारी आज एक्सचेंज फाइलिंग में दी है। एक्सचेंज फाइलिंग में दी गई जानकारी के मुताबिक ये पैसे एसबीआई म्यूचुअल फंड की तीन स्कीमों एसबीआई मल्टीकैप फंड, एसबीआई मैग्नम ग्लोबल फंड और एसबीआई टेक्नोलॉजी अपॉर्च्यूनिटीज फंड के जरिए निवेश होंगे। नजारा टेक में एसबीआई मल्टीकैप 200 करोड़ रुपये, एसबीआई मैग्नम ग्लोबल फंड 120 करोड़ रुपये और एसबीआई टेक्नोलॉजी अपॉर्च्यूनिटीज फंड 90 करोड़ रुपये निवेश करेगी।
Nazara Tech क्यों जुटा रही है पैसे
एसबीआई म्यूचुअल फंड के जरिए नजारा टेक 410 करोड़ रुपये का निवेश जुटा रही है। इसके पहले ब्रोकिंग फर्म जीरोधा (Zerodha) के को-फाउंडर निखिल कामत से इसने 100 करोड़ रुपये जुटाए थे। इसके अलावा कंपनी को 750 करोड़ रुपये जुटाने की योजना को शेयरधारकों की मंजूरी का इंतजार है। कंपनी ने पहले कहा था कि यह क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट्स, प्रिफरेंशियल अलॉटमेंट या दोनों के जरिए पैसे जुटाना चाहती है। यह पैसे इसलिए जुटा रही है ताकि अपने मौजूदा कारोबार में निवेश कर सके और साथ-साथ अहम कंपनियों की खरीदारी भी कर सके।
सबसे अधिक फोकस किस कारोबार पर है
नजारा टेक फिलहाल तीन सेक्टर्स-गेमिंग (वर्ल्ड क्रिकेट चैंपियनशिप, किड्डोपिया, एनिमल जैम, क्लासिक रमी इत्यादि), ईस्पोर्ट्स (नॉडविन गेमिंग, स्पोर्ट्सकीड़ा) और ऐड (डेटावर्क्ज) में है। इसका सबसे अधिक फोकस फिलहाल अधिग्रहण के जरिए अपने गेमिंग पोर्टफोलियो को बढ़ाने पर है। कंपनी के सीईओ Nitish Mittersain ने जुलाई 2023 में मनीकंट्रोल से बातचीत में कहा था कि वह इस वैश्विक स्तर पर बड़े पैमाने पर लाना चाहते हैं। गेमिंग स्टूडियो के अलावा कंपनी की योजना गेमिंग पर फोकस्ड ऐडटेक कंपनियों, प्रोग्रामेटिक ऐडटेक फर्म और मीडिया प्लानिंग एजेंसियों को भी अपने में मिलाने की है ताकि विकसित देशों में इसकी पहुंच बढ़े।
नितिश के मुताबिक वह कोई नया कारोबार नहीं शुरू करेंगे बल्कि जो अभी है, उसी सेगमेंट में खुद को और मजबूत करेंगे, विस्तार करेंगे। इसके अलावा यह गेम पब्लिशिंग टाई-अप पर भी ध्यान दे रही है और अभी हाल ही में इसने इजराईल की स्नैक्स गेम्स (Snax Games) के साथ साझेदारी किया है। भारत में ओवरऑल ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री कितनी बड़ी है, इसका अंदाजा गेमिंग और इंटरैक्टिव मीडिया-फोकस्ड वेंचर फंड Lumikai की एक रिपोर्ट से लगा सकते हैं कि वित्त वर्ष 2022 में इसका रेवेव्यू 260 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया और वित्त वर्ष 2027 तक यह 27 फीसदी की सीएजीआर से 860 करोड़ डॉलर तक पहुंच सकता है।