फोर्ब्स ने अपनी रिपोट में कहा है कि आयुषमत लिमिटेड और एल्म पार्क फंड और एविएटर ग्लोबल इन्वेस्टमेंट फंड, इन तीन निवेश फंडों ने अडानी एंटरप्राइजेज के 2.5 अरब डॉलर के एफपीओ के शेयर खीरदे थे। अब यह समझने की कोशिश करते हैं कि ये जो तीन निवेशक हैं, उनका अडानी समूह से कैसा संबंध रहा है।
आयुषमत लिमिटेड का अडानी समूह से क्या संबंध है?
आयुषमत लिमिटेड जोकि अडानी एंटरप्राइजेज के एंकर निवेशकों में एक था, वह एक मॉरीशस बेस्ड फंड था। इसने इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स को शुरुआती पेशकश किए गए शेयरों में से 2.32 प्रतिशत खरीदने का वादा किया था। मॉरीशस की एक वित्तीय सेवा फर्म रोजर्स कैपिटल द्वारा आयुष्मान लिमिटेड को मैनेज किया जाता है। रोजर्स के निदेशकों और प्रमुख शेयरधारकों में से एक जयचंद जिंग्री हैं, जो पहले मॉरीशस-मुख्यालय वाले अडानी ग्लोबल लिमिटेड के निदेशक थे। यह अडानी एंटरप्राइजेज की सहायक कंपनी थी। गौतम अडानी के भाई विनोद अडानी से जिंग्री के संबंध हैं। वह अडानी समूह की ऑफशोर कंपनियों के महत्वपूर्ण प्लेयर हैं।
वहीं, विक्रम रेगे जोकि आयुषमत लिमिटेड के एक निदेशक हैं, उन्होंने फोर्ब्स को ईमेल के जरिए भेजे गए एक बयान में कहा कि आयुष्मान लिमिटेड अडानी समूह के किसी भी प्रिंसिपल की ओर से किसी भी फंड का प्रबंधन नहीं करता है। जयचंद जिंग्री का अभी तक इस मामले में कोई भी बयान नहीं आया है।