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Chhattisgarh

ABVP ने CG-PSC चेयरमैन की निकाली शव यात्रा: कैंडिडेट्स ने पदों की बोली लगाकार किया प्रदर्शन, पीएससी का मतलब बताया ‘परिवार सेवा कमीशन’



बिलासपुर12 मिनट पहले

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सड़क पर शव यात्रा जमकर मचाया हुक्ष - Dainik Bhaskar

सड़क पर शव यात्रा जमकर मचाया हुक्ष

सीजी-पीएससी में भर्ती धंधली के खिलाफ हुई बिलासपुर में अखिल भारतीय छात्र परिषद (एबीवीपी) ने मोर्चा खोल दिया है। काउंसिल के सूत्रों और प्रामाणिक ने शेयरधारकों की सट्टेबाजी में शेयरिंग खोली है। इसके बाद पीएससी ने शव यात्रा निकालकर विरोध जताया।

सीजी-पीएससी का रिजल्ट आने और चयन सूची जारी होने के बाद से बवाल शांत नहीं हो रहा है। भाजपा के साथ ही अनुसांगिक संगठनों ने सीजी-पीएससी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और लगातार विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है। इसी कड़ी में ऑल स्टूडेंट काउंसिल ने सोमवार की शाम गांधी चौक में एक साथ सीजीपीएससी में धांधली करने का आरोप लगाया है।

पक्का दुकान पक्का करने की लगाई बोली
आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए अनियमित एप्रोच और पैसे के दम पर पद देने का आरोप लगाया गया। इस दौरान उन्होंने पीएससी की दुकान खोलकर अलग-अलग पदों के लिए बोली के लिए दावेदारी की। कॉम्पटिशन टॉप 20 के पदों को लेकर नीचे के पदों के लिए अलग-अलग रेट की बोली वाले उम्मीदवार। उनका कहना था कि सीजी-पीएससी में कुछ इसी तरह की ठेकों की बंदी सूची जारी की गई है।

गांधी चौक में पीएससी के कब्जे की बोली लगाई गई।

गांधी चौक में पीएससी के कब्जे की बोली लगाई गई।

इसलिए लग रहे फिक्शन के आरोप
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और विशिष्ट का दावा है कि सीजी-पीएससी 2021 के रिजल्ट में शीर्ष 30 में शामिल उम्मीदवारों में कांग्रेस नेताओं की श्रेष्ठता के साथ ही अधिकारी और व्यवसायियों के बच्चे हैं। उनका यह भी आरोप है कि प्रदेश के होनहार की विस्तृत सूची में आयोग के आश्रित दत्तक पुत्रों के साथ ही अन्य राजवंशों का चयन किया गया है और उनके साथ छलावा किया गया है।

एबीवीपी ने सीजी-पीएससी की भर्ती में अलंकारिकता का आरोप लगाया है।

एबीवीपी ने सीजी-पीएससी की भर्ती में अलंकारिकता का आरोप लगाया है।

सीजीपीएससी के नौकरी से निकाली गई शव यात्रा
इस परिषद के पदाधिकारियों के दौरान, कार्यकर्ता और रेखीय ने लोक सेवा आयोग के खाते में सोनवानी का प्रतिक शव बनाया था, जिसके कंधे पर भरण मानदंड करते हुए अर्थ यात्रा निकाली। परिषद के विभाग आयुक्त आयुष तिवारी, महानगर मंत्री हिमांशु कौशिक, शुभम पाठकों ने कहा कि इस कांड के कारण छत्तीसगढ़ के किसान एवं आर्थिक तबके से कमजोर परिवार से संबंध रखने वाले की पढ़ाई पर पानी फिर गया है और उनकी भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया है। परिषद ने मांग की है कि परीक्षा परिणाम घोषित करने वाले उच्च स्तरीय जांच करने वाले दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें।

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