अंतराष्ट्रीय

इथियोपिया: राजधानी अदीस अबाबा की ओर बढ़े विद्रोही, देश में इमरजेंसी घोषित



अदीस अबाबा. अफ्रीकी देश इथियोपिया (Ethiopia) में तेजी से हालात बिगड़ते जा रहे हैं. देश में काफी समय से जारी हिंसा अब सरकार के लिए संकट बनती दिख रही है. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कैबिनेट ने मंगलवार को देशभर में आपातकाल घोषित कर दिया है (Civil War in Ethiopia). ये फैसला तब लिया गया, जब तिग्रे क्षेत्र पर कब्जा के बाद आतंक मचाने वाले विद्रोहियों ने रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण दो और शहरों देस्सी और कॉमबॉलचा पर कब्जा कर लिया. सरकारी मीडिया ने बताया है कि अब ये लोग राजधानी अदीस अबाबा की तरफ बढ़ रहे हैं.

फना ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेट ने तिग्रे पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट (Tigray People’s Liberation Front) का जिक्र करते हुए बताया, ‘आपातकाल इसलिए लागू किया गया है, ताकि देश के कई हिस्सों में आतंकवादी टीपीएलएफ समूह द्वारा किए जा रहे अत्याचारों से नागरिकों की रक्षा की जा सके.’ एक साल से संघीय सरकार के सैनिकों से लड़ रहे तिग्रे के लड़ाकों ने यह भी संकेत दिया कि वे राजधानी अदीस अबाबा की ओर आगे बढ़ सकते हैं.

इंडोनेशिया में इस्लामिक संगठन ने क्रिप्टोकरेंसी को बताया शरिया कानून के खिलाफ, जारी किया फतवा

सरकार ने कहा है कि अदीस अबाबा से लगभग 400 किमी (250 मील) दूर, दो प्रमुख शहरों पर दोबारा नियंत्रण हासिल करने के लिए सैनिक अब भी संघर्ष कर रहे हैं. उत्तरी इथियोपिया के अधिकांश हिस्से में ब्लैकआउट है. यहां किसी से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है. यहां तक कि पत्रकारों तक के यहां पहुंचने की मनाही है, जिससे युद्धक्षेत्र से किए जा रहे दावों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि करना मुश्किल है. इससे पहले मंगलवार को अदीस अबाबा के अधिकारियों ने आम नागरिकों से कहा था कि वे अगले दो दिनों में अपने हथियार रजिस्टर करें और शहर की रक्षा के लिए तैयार रहें.

अमेरिका का बदला पूरा, अलकायदा का टॉप कमांडर सीरिया में मार गिराया, ऐसे दिया अंजाम

सरकार ने सैनिकों को तिग्रे क्यों भेजा था?
इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद ने टीपीएलएफ द्वारा सेना के शिविरों पर हमले के जवाब में नवंबर 2020 में तिग्रे क्षेत्र में सैनिकों को भेजा था. तब टीपीएलएफ नाम के संगठन ने कहा कि संघीय सरकार और इरिट्रिया सहित उसके सहयोगियों ने उसके खिलाफ ‘समन्वित हमला’ शुरू किया है. अबी ने इसके कुछ समय बाद जीत का दावा किया, लेकिन जून के अंत तक तिग्रे के लड़ाके फिर से संगठित हो गए और इन्होंने अधिकांश क्षेत्र पर दोबारा कब्जा कर लिया. ये लड़ाई दूसरे क्षेत्रों में भी फैल गई है. लड़ाई में हजारों लोग मारे गए हैं और 25 लाख से अधिक लोग अपने घरों से भागने को मजबूर हुए हैं. (एजेंसी इनपुट)



Source link